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आँख को समस्या र उपाय बारे भोजपुरी भाषा मा ( भोजपुरी टाइम्स दैनिक ) पत्रिकामा विशेष चर्चा गर्दै डा. चौरसिया

लईका, बुढ, सयान सभी केहु कउनो ना कउनो किसिम के समस्या भा बेमारी से से पिडित बाडन । खास करके अभी के समय मे आँख के समस्या अधिकांश आदमी के हो रहल बा । आखिर ई समस्या कईसे, कहाँ से हो रहल बा आ एकरा से बँचेवाला उपाय का हो सकता ? लगायत के विषय मे नारायणी अस्पताल आँखा विभाग प्रमुख डा. बि. डि.चौरिया सँगे के कईल बातचीत ः
१) राउर परिचय डाक्टर साहेब ?
– हमर नाम डा. डि.बि. चौरसिया ह । घर वीरगंज महानगरपालिका वार्ड नं. १६ नगवा मे ह । हम स्वास्थ्य मन्त्रालय से स्कलरशिप मे धरान बिपि कोइराला स्वास्थ्य विज्ञान प्रतिष्ठान से नेत्र रोग सम्बन्धि एमडि कईनी ।
२) नारायणी अस्पताल के यात्रा कहिया से सुरुवात भईल आ कवन पद मे बानी ?
– हम करिब २ बरीस से करार मे आँखा रोग विशेषज्ञ के रुपमे बानी । अस्पताल के आँखा विभाग के प्रमुख के रुपमे कार्यरत बानी । साथे नारायणी आई केयर (आँखा उपचार केन्द्र) बिर्ता वीरगंज मे भी कार्यरत्त बानी ।
३) अस्पताल मे एक दिन मे केतना मरेजी आवेलन आ खास करके काथि के समस्या लेके आवेलन ?
– अभी के समय मे एक दिन मे करिब २०÷२५ जने मरेजी आवेलन । उ लोग के खास करके मोतियाबिन्दु, आँख से पानी गिरल लगायत के समस्या लेके आवेलन ।
४) का आँख के नियमित जाँच करावल जरुरी बा ?
– जरुरी बा, काहेकी शहर बजार भा गाँव मे रहला पर अनेकन किसिम के गाडि के धुँवा, धुरा, गरदा आँख मे परत रहेला जउना के चलते बहुते आदमी के धिरे धिरे आँख मे समस्या होत जाला लेकिन उलोग समय मे जाँच ना करईला से एके बेर रतवनी (मोतियाबिन्दु) लगायत के समस्या भईला पर डाक्टरलगे आवेला तब तक बहुते देर हो गईल रहेला ओहिसे समय समय मे हि आँख के जाँच करावल ठिक होला ।
५) लकडाउन, निशेधाज्ञा मे अनलाईन क्लास होत बा, गारजियनलोग आपन आपन बच्चा के आँख सुरक्षित राखे खातिर कउन बात मे ध्यान देवेके चाहिं ?
– अनलाईन क्लास भईला पर मोबाईट, ल्यापटप भा कम्प्यूटर बेसी समय तक प्रयोग होखेला । जउना के चलते बच्चासब के मुडि दुखाएके भा आँख कमजोर हो सकता । एकरा से बँचे खातिर गारजियनलोग आपन बालबच्चा के ३०÷६०÷९० के नियम पालना गरेके चाहिं ।
३० मिनेट के बाद ब्रेक ः मोबाईल, कम्प्यूटर चलईला पर हरेक ३० मिनेट मे ब्रेक लेवेके चाहिं ।
६० मिनेट के खेल ः मोबाईल, कम्प्यूटर चलईला पर ६० सिएम के दुरी मे राखके चलावेके चाहिं ।
९० मिनेट के खेल ः गारजियनलोग आपन बालबच्चा के हरेक दिन कम्तिमे ९० मिनेट घर बाहर अँजोर जगहा मे खेले खातिर प्रोत्साहन करेके चाहिं ।
६) दिनभर अफिस मे कम्प्यूटर लगे काम कईला के बाद घर पुगला पर मुडि भारी होखेके, आँख दुखाएके आ लाल होखेला । ई काहे आ एकरा से कईसे बँचल जाई ?
– ई समस्या कम्प्यूटर से निकलेवाला प्रकाश आ लम्हर समय तक कम्प्यूटर प्रयोग कईला पर होखेला । एकरा से बँचे खातिर २०÷२० मिनेट के नियम पालना करेके पडि ।
कम्प्यूटर के प्रयोग कईला पर बीच–बीच मे आँख खोले बन्द करेके चाहिं । ई नियमसब पालना कईला पर आँख सुख्खा ना होखी आ आँख के पावर कम होखेसे बँची ।
७) कउनो आदमी के सुई मे धागा लगावेमे आ चाउर फटकला पर आँकड निकालेमे समस्या होला ? ई काहे ?
– खास करके ४० बरीस उमिर पुगला के बाद ई समस्या होखेला । आँख भितर के लेन्स उमिर अनुसार बदलला के चलते लगे के छोटा कामसब जईसे (सुई मे धागा लगावेके, चाउर फटकेमे आँकड ना लउकेके समस्या होखेला ।) एकरा से बँचे खातिर उमिर मुताविक आँख चेक कराके चश्मा पहिरेके चाहिं ।
८) हमर घर अगाडि रहल एक जने अखबार भा किताब पढला पर चश्मा पहिरेलन का ई सभकरा जरुरी बा ?
– ई समस्या भी उपर कहल जईसन ४० बरीस उमिर पुगला के बाद खास करके होखेला ।
९) मधुमेह भईल आदमी के नियमित आँख जाँच करावेके पडेला का ?
– मधुमेह भईल आदमी के खुन मे चिनी के मात्रा बढला के चलते भा लम्हर समय तक मधुमेह भईल आदमी के आँख के पर्दा मे समस्या होखे लागेला । एकरा चलते आँख के दृष्टि (रोशनी) जाएके सम्भावना भईला से मधुमेह भईल आदमी के नियमित्त रुपमे ३ से ६ महिना भितर मे आँख जाँच करावत रहेके चाहिं ।
१०) कउनो आदमी दोसर के चेहरा प्रष्ट रुपसे देखे ना सकेला, घाम मे आँख चकमक चकमक होखेला । ई का ह ?
– उमिर बढत गईला पर (खास करके ५० से ६० बरीस के बाद) बहुहते आदमी के आँख मे मोतियाबिन्दु के असर होखेला जउना के चलते दोसर आदमी के चेहरा प्रष्ट ना देखाई देवेला (धुन्राह लउकेला) । ओहिसे घाम मे भी आँख चकमक चकमक करेला ।
११) मोतियाबिन्दु के कउनो दवाई बा ? एकरा से कईसे छुटकारा मिली ?
– अभी तक के अनुसन्धान से पत्ता लागल मुताविक मोतियाबिन्दु के एक मात्र उत्तम उपाय कहल अप्रेशन हि ह । एकरा के ठिक करेवाला खासे कउनो दवाई नईखे ।
१२) गर्मी के चलते हमनी के आँख मे कईसन समस्या हो सकता ? आ एकरा से कईसे बाँचल जाई ?
– गर्मी के समय मे हमनी के आँख सुख्खा होखेला आ एल्र्जी भी होखेला जउना के चलते आँख हगुवाला । एकरा से बँचे खातिर डाक्टर के सल्लाह मुताविक आँख मे दवाई लगावेके लगायत के उचित सल्लाह लेके सुरक्षित रहल जा सकता ।
१३) बहुते बच्चा के देखल जाला गर्मी मे आँख मिसेलन आ पानी भी बहेला ? ई का ह, एकर कउनो उपाय बा ?
– ई आँख मे होखेवाला एलर्जी के समस्या ह । जउन खास करके बच्चासब मे गर्मी के महिना मे बेसी होखेला । एकरा से बँचे खातिर बच्चा के आँख ना मिसे देवेके चाहिं, समय समय मे ठण्डा पानी से आँख सकेके चाहिं आ डाक्टर के सल्लाह मुताविक दवाई खाएके चाहिं ।
१४) मुडि दुखाएवाला आदमी के आँख चेक करावल जरुरी बा का ?
– मुडि दुखाएके समस्या आँख के चलते भी होखेला । ४० बरीस निचेके आदमी मे खास करके आँख के पावर बढके भी मुडि दुखाला ।
४० बरीस से बेसी आदमी मे खास करके आँख के प्रेसर बढके मुडि दुखा सकता जउना के जलेबिन्दु भा करिया मोतियाबिन्दु भी कहल जाला । ई दुनु समस्या भईला पर तुरुन्त डाक्टर से सम्पर्क करेके चाहिं ।
१५) एक बरीस निचेके लईकालइकीसब के आँख से लोर गिरल सुनल जाला ई का ह ?
– एक बरीस निचेके लईका के आँख से लोर भा कचरा आईल सामान्य ना ह । ई समस्या बच्चा के आँख के लोर के नली बन्द भईल भा खाँख मे कउनो संक्रमण भईला के चलते होखेला । ओहिसे अईसन लक्षण देखल गईला पर तुरुन्ते आँख के डाक्टर से सल्लाह एवं ईलाज करावल ठिक रही ।
१६) कउनो बडका आदमी के आँख से भी किचड भा लोर गिरेला, एकरा खातिर का करेके पडि ?
– बडका आदमी के आँख से लोर भा किचड आवेके कारण भी आँख के लोर के नली बन्द भईला से हो सकता । एकरा खातिर आँख चेक कराके नली बन्द भईल होई त अप्रेशन करके ई समस्या समाधान हो सकता । एकरा खातिर बाहर जाएके ना पडि वीरगंज मे भी एकर उचित ईलाज बा । हमनी के सरकारी अस्पताल नारायणी मे भी हो सकता ।
१७) कम्प्यूटर पर काम करे बईठला पर काथि सावधानी अपनावे के चाहिं ?
– कम्प्यूटर भा ल्यापटप मे रहके बेसी समय तक काम कईला पर मुडि भारी होखेके भा आँखा दुखाला । एकरा बचे खातिर अपनावेवाला सावधानीसब ः
– ब्लु कट चश्मा पहिन के कम्प्यूटर भा मोबाईल, ल्यापटप चलावेके चाहिं ।
– २०–२०–२० के नियम पालना करेके चाहिं । कम्प्यूटर भा ल्यापटप चलईला पर हरेक २० मिनेट के बाद, २० सेकेन्ड के खातिर आँख बन्द करेके आ २० फिट दुर रहेके चाहिं ।
१८) चेन्जर चश्मा काथि ह ? एकर प्रयोग कब कईल जाला ?
– चेन्जर चश्मा कहल चश्मा के शिसा के रंग घाम मे करिया होखेके आ घर भितर उजर होखेला । प्रकाश से आँख बँचावेला । मोटरसाईकिल चलईला पर ई चश्मा के प्रयोग कईला पर बढिया होखेला ।
१९) चश्मा के पावर कहके सुनल जाला ई का ह ?
– चश्मा के पावर कहल आँख के पावर कहके बुझल जाला । आँख के पावर घटल भा बढल अवस्था मे पावर भईल चश्मा पहिरेके पडेला ।
२०) नजदिकी आ दुरी के समस्या कईसन अवस्था मे होला ?
– नजदिकी के समस्या कहल २० बरीस के उमिर कटला के बाद दुरी के समस्या होखेला आ कम उमिर से बुढेसकाल तक आँख के पावर घटल भा बढला के चलते आँख से कम देखल कहल जाला । ई दुनु समस्या के समाधान के खातिर आँख के पावर जाँच करा के चश्मा पहिनेके चाहिं ।
२१) कोरोनाकाल मे आँख मे ब्लैक फङ्गस कहके बहुते सुनल गईल, ई कईसन आदमी के होखेला ? एकरा से कईसे बँचल जाजई ?
– कोरोनाकाल मे आँख मे ब्लैक फङ्गस कहल आँख मे करिया ढुसी बढल कहल जाला । अईसन होखेके कारण कोरोना लागल आदमी के रोग से लडेवाला क्षमता कम भईला के चलते होखेला । स्वस्थ्य खानपिन से देहमे बेमारी से लडेवाला क्षमता बढावेके पडेला । कोरोना लागल हरेक आदमी के ब्लैक फङ्गस ना होखेला माकिर आँख मे कुछो समस्या अईला पर तुरुन्ते आँख जाँच करा के एकरा से बँचल हि उत्तम उपाय ह ।
अन्त मे आँख एगो बहुते संवेदनशिल अंग ह । आँख से हि हमनी सारा दुनिया देखत बानी । हम सभीलोग से निहोरा करत बानी कि आँख के समय समय मे जाँच करावल करीं, ता कि बाद मे कउनो बढका समस्या ना होखो । आँख मे कउनो भी समस्या अईला पर अपने से कउनो दवाई ना लगाई । डाक्टर के सल्लाह मुताविक हि कउनो दवाई के प्रयोग करी ।
– बि. डि.चौरिया
आँखा रोग विशेषज्ञ
नारायणी अस्पताल (विभाग प्रमुख)
डा. चौरसिया नारायणी आई केयर (आँखा उपचार केन्द्र) बिर्ता वीरगंज मे भी कार्यरत बानी

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